
गुजरात के सूरत में 11 साल की बच्ची के साथ रेप और हत्या के मामले में पुलिस अब तक मृतका की पहचान नहीं कर पाई है। हालांकि, पुलिस को शक है कि पीड़िता ओडिशा की रहने वाली है और बदला लेने के लिए उसकी हत्या की गई है। पुलिस का मानना है कि कई प्रवासी सूरत में बसने के बावजूद अपनी पुरानी दुश्मनी नहीं भूलते और बदला लेते हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ओडिशा के रहने वाले एक अन्य पुलिस अधिकारी ने दावा किया है कि बच्ची को देखकर लगता है कि वह उनके राज्य (ओडिशा) की हो सकती है। आपको बता दें कि पांडेश्वर, उधना, लिम्बायत और उन्न सूरत शहर की ऐसी जगहें हैं जहां पर मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, बिहार, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों के लोगों की काफी आबादी है। यहां रहने वाले लोग स्थानीय इंडस्ट्रीज में काम करते हैं। पुलिस ने बताया कि इनमें से अधिकतर लोग कई सालों से यहां रह रहे हैं।
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पुलिस कमिश्नर सतीश शर्मा ने कहा, ‘हमारे सामने 2016 में इस तरह का केस आया था लेकिन ऐसा दुर्लभ मामला मुश्किल से ही सामने आता है जब रेप पीड़िता की पहचान एक रहस्य बनी रहे। हम लड़की की पहचान का पता लगाने के लिए सभी पहलुओं और संभावनाओं की तलाश कर रहे हैं।’
सोमवार को ओडिशा के डीजीपी आर. पी. शर्मा ने राज्य के सभी पुलिस अधीक्षकों (एसपी) को अपने अधिकार क्षेत्र में लापता लड़कियों के बारे में जानकारी एकत्रित करने के आदेश दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को बेला निवास से सर्किट टेलीविजन फुटेज मिल गया है, जहां लड़की मिली थी। उस स्थान के पास एकमात्र बड़ी इमारत ‘बेला निवास’ ही है।
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आपको बता दें कि सूरत में मासूम बच्ची का शव 6 अप्रैल को मिला था। फरेंसिक जांच में बच्ची से बलात्कार, गला दबाकर हत्या और शरीर पर चोटों के 86 निशान होने की बात सामने आई थी। बच्ची की लाश जिस स्थिति में पाई गई थी, उससे उसके साथ की गई क्रूरता का पता चलता है। उसके दांतों पर खून के साथ-साथ गाल पर आंसू तक सूख गए गए थे।
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